भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कणूका-तीन / देवकी दर्पण ‘रसराज’" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=देवकी दर्पण ‘रसराज’ |संग्रह= मंडा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

18:33, 22 जनवरी 2016 के समय का अवतरण

कस्तूरी मंजन में
खा चै
कस्तूरी
अर
कस्तूरी छै
तो मंजन कोइन।