भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* प्रतिनिधि ग़ज़लें */
* [[हवा बन कर तुम्हारी खुशबू को फैला दिया हमने / ओम प्रकाश नदीम]]
* [[गर न होते राहबर राह-ए-सदाक़त के हुसैन / ओम प्रकाश नदीम]]
* [[इस क़दर अंदेशाअन्देशा-ए-वह्म-ओ-गुमाँ देखा न था / ओम प्रकाश नदीम]]