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"निचरेर सुकाएको आकाश / अभि सुवेदी" के अवतरणों में अंतर
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21:57, 5 मई 2016 के समय का अवतरण
आकाशबाट
धर्धरी
भक्कानो फोरेर रोएको
कानमा खसेपछि
वेगले भेट्न दौडेँ,
पृथ्वी मेरो मोटरसाइकलको चक्कामा
पहिरन अल्झाएर
झन्डै नाङ्गिइन्,
पानी जस्तै थ्याच्च बसिन्
म भिजेको सरि
मायाले टाँगिएँ र
एक निचरेर सुकाएको हलुका आकाश भएँ ।