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"जितबै ई संसार / संवेदना / राहुल शिवाय" के अवतरणों में अंतर

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जीवन मेॅ होतै हरियाली
 
जीवन मेॅ होतै हरियाली
 
सब्भे दुख बिसरैतै,
 
सब्भे दुख बिसरैतै,
होतैॅ झटपट काम भी पूरा
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होतै झटपट काम भी पूरा
 
जों सब हाथ लगैतै,   
 
जों सब हाथ लगैतै,   
 
हसी खुशी के गीत बाजतै  
 
हसी खुशी के गीत बाजतै  

23:52, 12 मई 2016 का अवतरण

हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |
 
जीवन मेॅ होतै हरियाली
सब्भे दुख बिसरैतै,
होतै झटपट काम भी पूरा
जों सब हाथ लगैतै,
हसी खुशी के गीत बाजतै
होतै नित त्योहार,
हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |


सालोॅ-साल फूट के कारण
रहलै देश गुलाम,
अभियो इहेॅ फूट के कारण
होवै नय छै काम
आपस में मिलला-जुलला सेॅ
बढतै भैया प्यार,
हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |

रचनाकाल - 01 मई 2009