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"जिनगी सगर छै / कुंदन अमिताभ" के अवतरणों में अंतर
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− | + | जिनगी सगर छै जरा-जरा | |
− | + | छै मौत जहाँ भी जरा-जरा। | |
− | + | हवा-हवा भलुक सोहानऽ हवा | |
− | + | द्वार मनऽ के खोल्हऽ जों जरा-जरा। | |
− | + | सब दरबज्जा यहाऽ फिट्टे छै | |
− | + | खटखटाभौ तेॅ सही जरा-जरा। | |
− | + | मिटी जैथौं मंजिल के सब फासला | |
− | + | हौसला बुलन्द राखऽ जों जरा-जरा। | |
− | + | छै इंजोरऽ के आगू पथार लागलऽ | |
− | + | अंधियारा चीरऽ अगर जरा-जरा। | |
− | + | चलथौं चाँन तारा भी संग तोरऽ | |
− | + | चलऽ राथौ केॅ जों जरा-जरा। | |
− | + | लगी जैथौं जिनगी के पार घाट | |
− | + | मझधार थाहऽ जों जरा-जरा। | |
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08:29, 13 मई 2016 के समय का अवतरण
जिनगी सगर छै जरा-जरा
छै मौत जहाँ भी जरा-जरा।
हवा-हवा भलुक सोहानऽ हवा
द्वार मनऽ के खोल्हऽ जों जरा-जरा।
सब दरबज्जा यहाऽ फिट्टे छै
खटखटाभौ तेॅ सही जरा-जरा।
मिटी जैथौं मंजिल के सब फासला
हौसला बुलन्द राखऽ जों जरा-जरा।
छै इंजोरऽ के आगू पथार लागलऽ
अंधियारा चीरऽ अगर जरा-जरा।
चलथौं चाँन तारा भी संग तोरऽ
चलऽ राथौ केॅ जों जरा-जरा।
लगी जैथौं जिनगी के पार घाट
मझधार थाहऽ जों जरा-जरा।