Changes

|रचनाकार= वसुंधरा कुमारी
|अनुवादक=
|संग्रह=सच-सच
}}
{{KKCatAngikaRachna}}
वहा बंसविटटी
चैवटिया पर बुढ़वा बोर गाछ
आरो उ$ गाछी के नीचे
सनसनैतेॅ हनहनैतेॅ हवा केॅ
आकाश सेॅ पानी रं बरसतेॅ धूप केॅ
Mover, Protect, Reupload, Uploader
6,612
edits