|जन्मस्थान=अहमदाबाद, गुजरात, भारत
|मृत्यु=
|कृतियाँ=कलंकित होने से पूर्व, उठी हुई बांहों बाँहों का समुद्र, दीवार के इधर-उधर, पतझड़ में पेड़ (सभी कविता-संग्रह)नदी की चीख़, ख़ामोशियों में बंद बन्द ज्वालामुखी (सभी ग़ज़ल-संग्रह)। |विविध= 1978 में पश्यंती पश्यन्ती के कवितांक से उभर कर आए हिंदी हिन्दी के श्रेष्ठ कवि एवं शायर
|अंग्रेज़ीनाम=Sultan Ahmed, Sultaan Ahmad
|जीवनी=[[सुल्तान अहमद / परिचय]]
}}
{{KKCatUttarPradesh}}
====हिन्दी कविताएँ====
* [[पिछड़ते हुए.... / सुल्तान अहमद]]
====ग़ज़लें====
* [[सफ़र में रास्ता देखा हुआ मिले, न मिले / सुल्तान अहमद]]
* [[रास्ते जो हमेशा सहल ढूँढ़ते हैं / सुल्तान अहमद]]
* [[वो आग फेंक गए तुम मकान पर मेरे / सुल्तान अहमद]]
* [[तेरे माथे पे सलवट है, नज़र में बन्दगी कम है / सुल्तान अहमद]]
* [[जाने कब होगा ये धुआँ ग़ायब? / सुल्तान अहमद]]
* [[कह दो, इसमें मानी क्या? / सुल्तान अहमद]]
* [[इन कूओं के पानी से क्या बुझ पाएगी आग ? / सुल्तान अहमद]]