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"सुनामी / मुकेश प्रत्‍यूष" के अवतरणों में अंतर

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22:16, 25 अगस्त 2016 के समय का अवतरण


चीटियां बहुत हैं यार
मीठा तो मीठा करती है नमकीन तक से प्यार

पकाऊं चावल चाहे रोटी
लिखा है किस्मत में एक शाम उपवास

कितना चालूं आटा
कितना ढकूं ग्लास

बस इतनी सी बात
दे मग भर पानी
थोड़ी तेज बास