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कविता कोश की शुरुआत में में केवल 15 कवियों के नाम इस कोश मे जोड़े गए थे। स्थापना का एक वर्ष पूरा होते-होते कोश में 3000 से अधिक पन्ने बन चुके थे और करीब 200 रचनाकारों की 2500 से अधिक रचनाएँ इसमें संकलित कर ली गईं थी। कविता कोश टीम ने दिसम्बर 2007 के अंत में लोक गीतों और धार्मिक लोक रचनाओं के साथ-साथ भारतीय और विदेशी भाषाओं से हिन्दी में अनूदित काव्य रचनाओं के संकलन का कार्य भी आरम्भ किया। संस्कृत, बंगला, पंजाबी और राजस्थानी जैसी भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त रूसी, स्पेनिश, स्वीडिश एवं जापानी इत्यादि भाषाओं से अनूदित काव्य रचनाएँ अब कविता कोश में संकलित हैं। | कविता कोश की शुरुआत में में केवल 15 कवियों के नाम इस कोश मे जोड़े गए थे। स्थापना का एक वर्ष पूरा होते-होते कोश में 3000 से अधिक पन्ने बन चुके थे और करीब 200 रचनाकारों की 2500 से अधिक रचनाएँ इसमें संकलित कर ली गईं थी। कविता कोश टीम ने दिसम्बर 2007 के अंत में लोक गीतों और धार्मिक लोक रचनाओं के साथ-साथ भारतीय और विदेशी भाषाओं से हिन्दी में अनूदित काव्य रचनाओं के संकलन का कार्य भी आरम्भ किया। संस्कृत, बंगला, पंजाबी और राजस्थानी जैसी भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त रूसी, स्पेनिश, स्वीडिश एवं जापानी इत्यादि भाषाओं से अनूदित काव्य रचनाएँ अब कविता कोश में संकलित हैं। | ||
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17:45, 20 अप्रैल 2008 का अवतरण
कविता कोश अंतर्जाल पर उपलब्ध हिन्दी काव्य के सबसे बड़े और सुव्यवस्थित स्रोतो में से एक है। विकि वैबसाइट आधारित इस कोश में हिन्दी व उर्दू भाषा के सभी प्रमुख कवियों की कृतियों का संकलन है। इसके अतिरिक्त कविता कोश में अनूदित रचनाओं तथा लोक गीतो को भी संग्रहित किया गया है। यूनिकोड आधारित होने की वजह से कविता कोश में उपलब्ध सामग्री को किसी भी कम्प्यूटर पर बिना किसी नये सॉफ्टवेयर/ फ़ॉन्ट के पढा़ जा सकता है।
विषय सूची
इतिहास व विकास
कविता कोश की आधारशिला जुलाई 2006 में ललित कुमार ने रखी थी। कोश को स्थापित करने के पीछे श्री कुमार का उद्देश्य अंतरजाल पर यहाँ-वहाँ बिखरे हिन्दी काव्य को एक स्थान पर एकत्रित करना था। शुरुआती कुछ महीनों में कविता कोश के ढाँचे में तेज़ी से परिवर्तन हुए। धीरे-धीरे कोश को इसकी शक्ल मिलने लगी और इसमें हिन्दी काव्य सुव्यवस्थित रूप से संकलित होने लगा। जल्द ही कविता कोश टीम नामक एक समूह की स्थापना की गई। कोश के योगदानकर्ताओं से में से कुछ का चुनाव कर के बने इस समूह का उद्देश्य कोश के विकास को नियंत्रित करने के साथ-साथ इसकी भावी दिशा को निर्धारित करना भी है।
कविता कोश की शुरुआत में में केवल 15 कवियों के नाम इस कोश मे जोड़े गए थे। स्थापना का एक वर्ष पूरा होते-होते कोश में 3000 से अधिक पन्ने बन चुके थे और करीब 200 रचनाकारों की 2500 से अधिक रचनाएँ इसमें संकलित कर ली गईं थी। कविता कोश टीम ने दिसम्बर 2007 के अंत में लोक गीतों और धार्मिक लोक रचनाओं के साथ-साथ भारतीय और विदेशी भाषाओं से हिन्दी में अनूदित काव्य रचनाओं के संकलन का कार्य भी आरम्भ किया। संस्कृत, बंगला, पंजाबी और राजस्थानी जैसी भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त रूसी, स्पेनिश, स्वीडिश एवं जापानी इत्यादि भाषाओं से अनूदित काव्य रचनाएँ अब कविता कोश में संकलित हैं।
विभाग और श्रेणियाँ
कविता कोश में निम्नलिखित विभागों में रचनाएँ संकलित की गयी हैं:
हिन्दी / उर्दू काव्य-रचनाएँ
यह कविता कोश का मुख्य विभाग है। रचनाकारों की सूची के अंतर्गत रचनाकारों के नामों को वर्णमाला क्रम में संकलित किया गया है। इस सूची में काव्य के सभी कालों, युगों और विधाओं से संबंधित रचनाकार जोड़े गये हैं। रचनाकारों की काव्य रचनाओं के अतिरिक्त रचनाकार का परिचय भी कोश में उपलब्ध है। रचनाओं को विधाओं (जैसेकि ग़ज़ल, नज़्म, दोहा, सोरठा, पद, चौपाई, रुबाई, त्रिवेणी, सॉनेट, नवगीत इत्यादि) के आधार पर भी वर्गीकृत किया जाता है।
लोकगीत
इस विभाग में भारत के विभिन्न प्रांतो में प्रचलित लोकगीतों का संग्रह है। राजस्थानी, भोजपुरी, पंजाबी, छत्तीसगढ़ी, अवधी, ब्रजभाषा, बुंदेली, हरयाणवी, कन्नौजी, खड़ी बोली, माड़िया, गोंड इत्यादि अनेकों भाषाओं और बोलियों में गाए जाने वाले लोकगीत कविता कोश में संकलित किये जा चुके हैं।
अनूदित रचनाएँ
भारतीय और विदेशी भाषाओं से हिन्दी में अनूदित काव्य को संकलित करने के लिये इस विभाग का निर्माण किया गया । इस समय यह विभाग रूसी, जापानी, स्वीडिश, फ़िन्निश, स्पानी, तुर्की, अरबी, पोलिश, इतालवी, जर्मन, यहूदी और चीनी जैसी विदेशी भाषाओं के अलावा बांगला, राजस्थानी, पंजाबी, संस्कृत, तेलगु और असमिया जैसी भारतीय भाषाओं में रचे गये और फिर हिन्दी में अनूदित किये गये काव्य से परिपूर्ण है।