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हिज्जे
सुकूँ का बस यही एक रास्ता है <br><br>
क़यामत देखीये देखिए मेरी नज़र से <br>
सवा नेज़े पे सूरज आ गया है<br><br>
अभी तो घर नहीं छोड़ा है मैंने<br>
ये किसका नाम तख्ती तख़्ती पर लिखा है<br><br>
बहुत रोका है "नज़्मीनाज़्मी" पत्थरों ने <br>
मगर पानी को रास्ता मिल गया है
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