भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|shorturl=rajeshreddy
}}
{{KKShayar}}
{{KKCatRajasthan}}
====ग़ज़लें====
* [[अपने सच में झूठ की मिक्दार थोड़ी कम रही / राजेश रेड्डी]]