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"प्रार्थना / लक्ष्मीशंकर वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(लक्ष्मीशंकर वाजपेयी जी की कविता) |
(कोई अंतर नहीं)
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21:06, 1 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण
उन सारी प्रार्थनाओं का मतलब क्या है
जिनके होने के बाद भी
वही सब होता रहे
जिसके न होने के लिए
की जाती हैं प्रार्थनाएँ
मैं एक कोशिश और करता हूँ
और प्रार्थनाएँ सुनने वालों
और करता हुँ प्रार्थना
कि प्रार्थनाएँ
कभी बेकार न हों!