भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
{{KKCatUttarPradesh}}
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====
* [[चिता जहाँ मेरी सजती हो / कृष्ण मुरारी पहारिया]]* [[एक दिया / कृष्ण मुरारी पहारिया]]* [[मन तुम किसके रूप रचे हो / कृष्ण मुरारी पहारिया]]* [[मन की धरती पर / कृष्ण मुरारी पहारिया]]* [[अब केवल लपटों से अपना अहंकार तुम गाते रहे रात भर / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[अपने इन छोटे गीतों को / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[अब केवल लपटों से अपना / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[अब भी अतीत में धँसे हुए हैं पाँव / कृष्ण मुरारी पहरिया]]
* [[एक दिया / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[घर से जब मैं निकल पड़ा हूँ / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[हँसो कि सारा जग भर जाए / कृष्ण मुरारी पहारिया]]* [[मन तुम घर से बाहर निकलो चिता जहाँ मेरी सजती हो / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[जब से आपा किया समर्पित / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[दाह नहीं है, शीतलता है / कृष्ण मुरारी पहरिया]]
* [[नभ पर एक सुनहली रेखा खींचो / कृष्ण मुरारी पहरिया]]
* [[परिणति फिर चाहे जैसी हो, अपना काम करो / कृष्ण मुरारी पहरिया]]
* [[भीतर कहीं हिलोरे लेता, निर्मल पानी केन का / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[मन की धरती पर / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[मन तुम कहाँ चले यों जाते / कृष्ण मुरारी पहरिया]]
* [[मन तुम किसके रूप रचे हो / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[मन तुम घर से बाहर निकलो / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[मेरे मन की वंशी पर, अंगुलियाँ मत फेरो / कृष्ण मुरारी पहारिया]]
* [[अपना अहंकार तुम गाते रहे रात मौलिकता की ठेकेदारी / कृष्ण मुरारी पहरिया]]* [[हँसो कि सारा जग भर जाए / कृष्ण मुरारी पहारिया]]