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"माँ - 1 / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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माँ जहाँ तुम हो
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पूरी दुनिया
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सिर्फ तुम थीं
 
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22:47, 1 जनवरी 2017 का अवतरण

इस शीर्ष पर कोई नहीं
माँ जहाँ तुम हो
वहाँ कोई नहीं
तब न था आकाश
और न ज़मीन थी
अस्तित्व भी कोई न था
सिर्फ तुम थीं
पूरी दुनिया
सिर्फ तुम थीं