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"ये तो नहीं कि ग़म नहीं / फ़िराक़ गोरखपुरी" के अवतरणों में अंतर

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तुम भी तो तुम नहीं हो आज<br>
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मौत से ज़ीस्त कम नहीं<br><br>
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मेरी नशिस्त है ज़मीं
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खुल्द नहीं इरम नहीं
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कोई बड़ी रक़म नहीं
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दाम नहीं दिरम नहीं
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सोम-ओ-सलात से फ़िराक़
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मेरे गुनाह कम नहीं
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मौत अगरचे मौत है
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मौत से ज़ीस्त कम नहीं

01:49, 6 सितम्बर 2008 के समय का अवतरण

ये तो नहीं कि ग़म नहीं
हाँ! मेरी आँख नम नहीं

तुम भी तो तुम नहीं हो आज
हम भी तो आज हम नहीं

अब न खुशी की है खुशी
ग़म भी अब तो ग़म नहीं

मेरी नशिस्त है ज़मीं
खुल्द नहीं इरम नहीं

क़ीमत-ए-हुस्न दो जहाँ
कोई बड़ी रक़म नहीं

लेते हैं मोल दो जहाँ
दाम नहीं दिरम नहीं

सोम-ओ-सलात से फ़िराक़
मेरे गुनाह कम नहीं

मौत अगरचे मौत है
मौत से ज़ीस्त कम नहीं