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"जीत सकता हूं मैं / योगेंद्र कृष्णा" के अवतरणों में अंतर
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हमारे विरुद्ध खड़ी
पूरी दुनिया जीत सकता हूँ मैं
पहाड़ नदी प्रतिकूल हवाओं को
चीर सकता हूँ मैं
लेकिन जिस दिन
अपने ही विरुद्ध
खड़ी हो जाओगी तुम
पूरी कायनात हार जाऊंगा मैं...