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"गळगचिया (33) / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर

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आसोज रो महीनूं। नान्ही सी क बादळी ओसरगी। एवड़ रै गुवाळियै रो अलगोजो गूंज उठयों-रिम झिम रिम झिम मेवलो बरसै अतै में ही अचाणचूको पून रो लैरो आयो रे बादळी उड़गी। करड़ी तावड़ी निकलगी। खेत में निनाण करतो करसो बोल्यो-आसोजाँ रा तप्या तावड़ा काचा लोहा..........।
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मिनख री जीभ में कठेई हाड कोनी।
 
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14:25, 17 मार्च 2017 के समय का अवतरण

आसोज रो महीनूं। नान्ही सी क बादळी ओसरगी। एवड़ रै गुवाळियै रो अलगोजो गूंज उठयों-रिम झिम रिम झिम मेवलो बरसै अतै में ही अचाणचूको पून रो लैरो आयो रे बादळी उड़गी। करड़ी तावड़ी निकलगी। खेत में निनाण करतो करसो बोल्यो-आसोजाँ रा तप्या तावड़ा काचा लोहा..........।
मिनख री जीभ में कठेई हाड कोनी।