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11:10, 12 जून 2017 के समय का अवतरण
थां सूं ई
सीख्यो है मौसम इतराणों
अर चांद नखरा।
सूरज भी थां सूं ईज
सीख्यों है तपणों
अर मेह
भांत-भांत सूं बरसणों।
ठाह नीं
तूं कीं सूं सीख्यो है
मांय-मांय घुटणों
अर बात-बिना बात
मुळकणों।