भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"डेमोक्रेसी : अेक / सुरेन्द्र डी सोनी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेन्द्र डी सोनी |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:08, 12 जून 2017 के समय का अवतरण

कूड़ां मैं सूं एक कूड़ो
अर चोरां मैं सूं एक चोर ही
छांटणो पड़सी भाई
मजबूरी है -

रै!
संविधान रो रोजणो रो‘र
मसीनड़ी पर आंगळी
टेक्यां ई जासी
कै निसर‘र बौर
नांमरदी रै खोळ सूं
चढ़ कानून री छाती माथै
कोई हाको भी करसी कणा ?