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"वो नहीं था मैं / आनंद कुमार द्विवेदी" के अवतरणों में अंतर

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21:04, 17 जून 2017 के समय का अवतरण

यूँ खुश तो क्या था, मगर गमजदा नहीं था मैं,
तुम मुझे जो समझ रहे थे, वो नहीं था मैं |

मेरी बर्बाद दास्ताँ , है कोई ख़ास नहीं,
जब मेरा घर जला, तो आस पास ही था मैं |

चंद लम्हे, जो मुझे जान से भी प्यारे थे,
उनकी कीमत पे मैं बिका,मगर सही था मैं |

दुश्मनो को भी सजा, प्यार की ऐसी न मिले,
मेरी चाहत थी कहीं और, और कहीं था मैं |

तुमने बेकार मेरा क़द बढा दिया इतना,
फलक तो क्या जमीन पर भी कुछ नहीं था मैं |

घर उदासी ने बसाया है, जहां पर आकर,
शाम तक उस जगह ‘आनंद’ था, वहीं था मैं |