"सर्टिफिकेट / निर्मल कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर
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आठ बजे जद घन्टाघर रो घन्टो बाज्यो
बो मोटियार कुम्भकरण री नींद सूँ जाग्यो
देश री खातिर दौड़ लगावण रो दिन आज
न्हाणो-धोणो होतो रैसी, भाग आज तो भाग
भाग्या सूँ तो नाम होवेला
नाम हुयाँ ही काम मिले ला
आ बात बैठ गी फिट
कुल्ला करिया चाय रा
अर रेड़ी हो गयो फट
निक्कर-गंजी पैरया धोला
जूता पैरया एक्शन
हाथ फेर कर टाट पर
बो बण ग्यो बेन जोनसन
धार ली पक्की मन में
आज रेणो रेड़ी-रेट
दौड़ पूरी होवे या ना हो
लेणों सर्टिफिकेट
पूग्यो बो मैदान में
घाल्या मन में जोश
देख्यो जद कीड़ी-नगरो
उड्या मिनट में होश
खोली डब्बी, थापी मारी
अर जरदो तेज बणायो
टेक्यो होठ्याँ रे नीचे
तो मोशन में आयो
झंडी हाली,सीटी बाजी
अर शुरू हो गयी दौड़
सब भाग्या तो बो भी भाग्यो
भाई ताबड़-तोड़
भाग्यो थोड़ी दूर
कि टान्ग्याँ ढीली पड़गी
कंवळी-कंवळी एड़ियाँ
जूताँ में गडगी
बिसाई लेण ने बैठे हो
कि धक्को लाग्यो
बिन पैर हिलायाँ बो तो
भाई आगे आ ग्यो
जद लागण लागी छोटी-मोटी
घणी ही लाताँ
बो भूलण लाग्यो भाई
सर्टिफिकेट री बाताँ
थूक्यो पेलोड़ो जरदो
अर नयो बणायो
असर तुरत, इक नयो आइडियो
मन में आयो
पकड़ी साइकिलड़ी एक
फिनिशिंग पेंट रे कन्ने आयो
फिर लगा-लगा उठ-बैठ
बदन पे पाणी ल्यायो
फिर उठ्यो, उचक कर पूग्यो
सब सूँ पैली ठेठ
हाथ उठा कर बण्यो विजेता
पाणी पीयो भर पेट
आयोजक सूँ इतरा के बोल्यो
झट देवो सर्टिफिकेट
काम घणा ही करणा मन्ने
मैं होवूँ हूँ लेट
आयोजक बोल्या सबर करो
आराम करो कीं देर
आ जावे मोटोड़ा साहब
परचा बाँटा लाँ फेर
साहब आता तो दीख्या कोनी
पण बैरण नींद आगी
जद आँख खुली तो देख्यो
परचां खातर लैण है लागी
डील थाक्यो तो कायीं
मनडे रो जोश नहीं थाक्यो
सर्टिफिकेट री खातर बो
हटके से लाइण में लाग्यो
धक्का तो थोड़ा खाया
पण पूरी हुई मनडे री बात
चश्मा वाला मोटा साहब
जद धरयो सर्टिफिकेट हाथ
खुशी-खुशी बो घर पूग्यो
रणबंकां ज्यूँ छाती ताण
जद निरखण लाग्यो जीत्यो पानो
निकळ गयी बस जान
किन्नी तो बींरी कट गयी
अब हाथ में खाली डोर हो
जो सर्टिफिकेट बो ल्यायो
बीं में नाम मंड्यो कीं और हो
जो सर्टिफिकेट बो ल्यायो
बीं में नाम मंड्यो कीं और हो !!