भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जूण रा इग्यारा चितराम (1) / सुरेन्द्र सुन्दरम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेन्द्र सुन्दरम |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

19:39, 26 जून 2017 के समय का अवतरण

खूंटो ऊंडो रोपो
माड़ै खूंटै सूं
डांगर तुड़ा जावै।

बात जे
रै जावै काच्ची
तो बा
मिनखां रा सिर
फुड़ा देवै।