भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जूण रा इग्यारा चितराम (8) / सुरेन्द्र सुन्दरम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेन्द्र सुन्दरम |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
19:44, 26 जून 2017 के समय का अवतरण
थूं
आथूंणै खेत गई
बेलड़ी ल्यावण
अर हूं गयो आगूण
रेवड़ चरावण
थां सूं नीं उंचीजी
बेलड़ी री पांड
अर म्हां सूं
घिरयो नीं रेवड़
थां सूं छूटै नीं बेलड़ी
अर म्हां सूं
छूटै नीं रेवड़
थूं ई बता
आपां ओज्यूं
कद मिलस्या
आपणी पुराणीं ठोड़।