भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"गांव में / मनमीत सोनी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनमीत सोनी |अनुवादक= |संग्रह=थार-स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:45, 28 जून 2017 के समय का अवतरण

यार चंगू!
वा बात और ही
जद म्हैं गांव में रहतो
अर कहतो
कै च्यार रोटी सूं
इत्ती बड़ी काया नैं के होसी...?

इब म्हैं
सहर में रहणैं लागग्यो हूं
च्यार रोटी खुवा'र
मार'सी के यार...?