भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बगत: दो / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम पुरोहित ‘कागद’ |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

16:12, 28 जून 2017 के समय का अवतरण

बगत रा चितराम
कोरै कुण
कुण भाखै
बगत रा ऐनाण
जद कै
बगत निकळै
खुद रै हाथां पड़तख।
निकळतै बगत नै
थामै कुण
बगत रो दिखै नीं
पड़तख आकार!