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"आभो : चार / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर
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आभो
कुंड अगन रो
पाळै सुरजड़ो
जको खदबदावै
बिना पाणीं
रेत में हांफळता
मगसा मिनख!