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"आभो : छ / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर

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आभो साम्भै
काळ रा परवाना
बो ई टोरै
मुरधर माथै
जूण रो नास
जूण री आस
बिरखा नै
टोर टाळ!