भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"खोलां किंवाड़ / मधु आचार्य 'आशावादी'" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मधु आचार्य 'आशावादी' |संग्रह=अमर उ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

17:56, 28 जून 2017 के समय का अवतरण

आवो,
आपां खोलां मन रा किंवाड़
उण मांय सूं निकाळा
जूनी यादां
केई कैयोड़ी
केई बिना कैयोड़ी
आपां खुद ही सुणां
बां नीं कैयोड़ी बातां नै
पाछा खुद ई कैवां खुद नै
केई कारणै
अटकगी ही सरम सूं
जिकी यादां
उणां री बेड़या खोला
आजाद करां
कीं तो सौरी सांस लेवां।