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बरत
भौत राखै मा
कदी इकांतरै
तो कदी लगौतार
पछै तुळछी सींचै
अर
सूरज जी नै
ढाळै गडियौ
तद
म्हां सगळां
खातर मांगै
मा
भगवान सूं आसीरवाद
नीरोग काया सारू।