भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"रीस / दीनदयाल शर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दीनदयाल शर्मा |अनुवादक= |संग्रह=र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

08:22, 29 जून 2017 के समय का अवतरण

मन्नै
जद आवै रीस
तद
जोड़ायत कमलेश
आपरौ घणकरौ सो टैम
बितावै रसोईघर में
चुपचाप

बेटै दुष्यन्त रौ भी
बंद हुज्यै
गीत गुणगुणावणौ
बडोड़ी बेटी
निजरां नीची कर्यां
आपरी पोथी रा
पन्ना पळटती रैवै
इन्नै-बीन्नै

अर छोटकी बेटी मानसी
स्यात
करण लागज्यै
आपरौ होमवर्क
या टैम नै पास
जियां-तियां

घर री
सगळी चीज्यां
हुज्यै मून
आखै घर में
पसरज्यै सरणाटौ।