भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बेटी-१ / दुष्यन्त जोशी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |अनुवादक= |संग्रह=अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:16, 29 जून 2017 के समय का अवतरण

बेटी साल अेक री
होंवतांईं
कदी
लूण झलावै
कदी चक्कू
कदी चिंपियौ

बा
घर-घर खेलै
तद भी
रोट्यां सारू
काम करती दीखै

आखी जूण
काम नै
पैणै दांईं पींती रैवै

फेर भी
मौकै बेमौकै सुणै
बा
जणै-जणै रा ताना

बेटी
कद तांईं सै'सी
बा
आपरै मन री बात
किण नै कै'सी।