भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ठाह / ॠतुप्रिया" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
16:34, 8 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
आपां
रोवतां आवां
अर
रुवांवता जावां
पण
नीं ठाह
कठै सूं आवां
अर
कठै जावां।