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"दरसाव / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर

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17:10, 9 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

बाप रो
प्रण पाळण
वन गया राम
चवदै बरसां सारू
अवध सूं।

पड़दो गिरग्यो।
(दरसाव बदळण खातर।)

कोनी बावड़्या राम
पाछा
अजै लग
जुग बीतग्या।
(पड़दो हाल तांई कोनी उठ्यो!)