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"बस्ती / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर

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17:13, 9 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

आभै मुळकतो चमकतो चांद
घूमर घालतो बायरो
टिमटिमावता तारां
चकारा भरती कोचरी
सरसंू री सौरम
कस्सी मोढै लियां करसो,
नहर रै तो
आं री ई बस्ती है।