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"पारखी टीप / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर

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18:15, 9 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

म्हारै कवि-जूण री
सै सूं सांतरी कविता नैं
सरायी बां
आपरी पारखी टीप सूं-
'बड़ा बातेरी हो...!'