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"कानून-राज / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय" के अवतरणों में अंतर
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हथिनी नें
हाथी सें पूछलकै-
कहीं फिरू, तोंय शराब तेॅ नै पी ऐल्हैं ?
वै पर हाथी कहलकै-
नै तेॅ
कानून शराब बेचै पर
आरो पीयै पर रोक लगाय देलकै
हमरा मोॅन पर तेॅ नै
हम्मेेॅ बिना पील्है मस्त छियै ।
शराब बिक रहलोॅ छै
मिल रहलोॅ छै पैहले नाँखि
यहेॅ सुनकेॅ ।