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"तमाशाई बने रहना मुझे अच्छा नहीं लगता / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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तमाशाई  बने रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।
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तमाशाई  बने रहना मुझे अच्छा नहीं लगता
 
किसी मजबूर पर हँसना मुझे अच्छा नहीं लगता।
 
किसी मजबूर पर हँसना मुझे अच्छा नहीं लगता।
  
मेरे बच्चे नहीं हैं मानते बातें मेरी वरना,
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मेरे बच्चे नहीं हैं मानते बातें मेरी वरना
 
तुम्हारे शहर में रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।
 
तुम्हारे शहर में रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।
  
मैं भूखा ठीक है रह लूँ मुझे मंजूर है लेकिन,
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मैं भूखा ठीक है रह लूँ मुझे मंजूर है लेकिन
 
गुलामों की तरह रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।
 
गुलामों की तरह रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।
  
जमीं पर पाँव  हैं मेरे टिके मेरे लिए काफी,
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जमीं पर पाँव  हैं मेरे टिके मेरे लिए काफी
 
हवा के ज़ोर से उड़ना मुझे अच्छा नहीं लगता।
 
हवा के ज़ोर से उड़ना मुझे अच्छा नहीं लगता।
  
ज़रा सा भी किसी के काम आ जाऊँ तो अच्छा है,
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ज़रा सा भी किसी के काम आ जाऊँ तो अच्छा है
 
मगर बातें बड़ी करना मुझे अच्छा नहीं लगता।
 
मगर बातें बड़ी करना मुझे अच्छा नहीं लगता।
  
बढ़ो ऐसे कि जैसे चाँदनी बढ़ती चली जाये,
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बढ़ो ऐसे कि जैसे चाँदनी बढ़ती चली जाये
 
किसी को काटकर बढ़ना मुझे अच्छा नहीं लगता।
 
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17:32, 23 अगस्त 2017 के समय का अवतरण

तमाशाई बने रहना मुझे अच्छा नहीं लगता
किसी मजबूर पर हँसना मुझे अच्छा नहीं लगता।

मेरे बच्चे नहीं हैं मानते बातें मेरी वरना
तुम्हारे शहर में रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।

मैं भूखा ठीक है रह लूँ मुझे मंजूर है लेकिन
गुलामों की तरह रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।

जमीं पर पाँव हैं मेरे टिके मेरे लिए काफी
हवा के ज़ोर से उड़ना मुझे अच्छा नहीं लगता।

ज़रा सा भी किसी के काम आ जाऊँ तो अच्छा है
मगर बातें बड़ी करना मुझे अच्छा नहीं लगता।

बढ़ो ऐसे कि जैसे चाँदनी बढ़ती चली जाये
किसी को काटकर बढ़ना मुझे अच्छा नहीं लगता।