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"इज़्ज़तपुरम्-57 / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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17:17, 18 सितम्बर 2017 के समय का अवतरण

एक काँटा भी
ठीक से था
जमा नहीं
पसली में

कमजोर मछली
जाल में आ फँसी
और हो गयी मंडी की

फिर कौन देखे
देह की भूख
और तृष्णा के सम्मुख
मन के भीतर
रचे-पगे उसके
महके संसार को

शिकारी को
कुल दिखे
एक जून का गोश्त