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"घोड़े को भिगोना / राबर्ट ब्लाई" के अवतरणों में अंतर

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09:57, 21 अक्टूबर 2017 के समय का अवतरण

कितना अजीब है सोचना
सारी महात्वाकांक्षाओं को छोड़ देने के बारे में !
अचानक मैं देखता हूँ साफ़-साफ़ आँखों से
बर्फ की एक सफ़ेद पपड़ी
जो अभी-अभी गिरी है घोड़े के अयाल पर !

अनुवाद : मनोज पटेल