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"सपने / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम" के अवतरणों में अंतर
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18:18, 23 अक्टूबर 2017 के समय का अवतरण
अपने सपनों को कसकर थामे रहो
क्योंकि अगर सपने मर जाते हैं
तो जीवन एक टूटे हुए पंखों वाली चिड़िया
बन कर रह जाता है
जो उड़ नहीं सकती।
अपने सपनों को कसकर थामे रहो
क्योंकि जब सपने चले जाते हैं
जीवन एक बर्फ़ीली क़ब्र के तले दबा हुआ
एक बंजर खेत भर रह जाता है।
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम