भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कहिले माया / दिलिप योन्जन" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिलिप योन्जन |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

10:03, 1 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण


कहिले माया घाम जस्तो
कहिले माया पानी
हासी खुसी बिताउ हामी
एक बारको जिन्दागानी।

दुख साटे सुख मिल्छ
जिबन भरी पल-पल
मरे पनि अमर हुन्छ
हाम्रो माया हरपल
कहिले माया फुल जस्तो
कहिले माया काडा
हासी खुसी बिताउ हामी
बाकी जिबन सारा।

खुसी फुले जिबन भरी
यही रहेछ स्वर्ग
सुख दुख जिबन सम्झे
मायामा यही धर्म
कहिले माया दिन जस्तो
कहिले माया रात
हासी खुसी बिताउ हामी
नलागोस मायामा बात।