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माटी से / कुमार वीरेन्द्र

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वह घाम उगते
आँगन में, खटिया पर चपोता बिछा
सुला दी जाती, रेगनी पर लाल कपड़ा, हिलते देख, गोड़-हाथ फेंक
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