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खोजिरहेछु
हो ! म खोजिरहेछु
थोरै सलाई ।
बिहानीपख
होटेलबाट निस्के
पण्डितहरु ।
बाज शान्तिजप
गरिरहेछ
काखिमा परेवा च्यापेर ।
कुखुरा काटियो
धर्मको नाममा
मन्दिर किन चुपचाप?
कुपोषणले
बालक चाउरियो
देशमा बिकासको मूल फुटिरहेछ ।