भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कठै गई बा.. / दुष्यन्त जोशी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
 
{{KKCatRajasthaniRachna}}
 
{{KKCatRajasthaniRachna}}
 
<poem>
 
<poem>
 +
कठै गई
 +
बा' छोरी
 +
जकी रोजिना करती
 +
हांसी ठठौ
  
 +
उछळती-कूदती
 +
गाणां गांवती
 +
आंख्यां मटकांवती
 +
बाळां नै झटकांवती
 +
 +
बिना कोई बात रै
 +
बातां में मुळकांवती
 +
फूलां री सौरम ज्यूं
 +
आंगण महकांवती
 +
अकासां ताकती
 +
सुपणां सजावंती
 +
 +
आठुवैं बसंत मांय
 +
हुयगी
 +
माड़ै काम री शिकार
 +
उण दिन सूंई
 +
बीं'रौ
 +
बदळग्यौ ब्यौहार।
 
</poem>
 
</poem>

10:54, 1 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

कठै गई
बा' छोरी
जकी रोजिना करती
हांसी ठठौ

उछळती-कूदती
गाणां गांवती
आंख्यां मटकांवती
बाळां नै झटकांवती

बिना कोई बात रै
बातां में मुळकांवती
फूलां री सौरम ज्यूं
आंगण महकांवती
अकासां ताकती
सुपणां सजावंती

आठुवैं बसंत मांय
हुयगी
माड़ै काम री शिकार
उण दिन सूंई
बीं'रौ
बदळग्यौ ब्यौहार।