भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चोखौ मिनख / दुष्यन्त जोशी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:58, 1 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

कई मिनख
जद मिलै
दूजै मिनखां सूं
तद
बाथां में
भींच'र
आपरौ
प्रेम दरसावै

मीठी-मीठी करै बातां
अर पछै
राफां ढीली करता
आपरै राह लाग ज्यावै

कित्तौ चोखौ लागै

पण
आखै जग में
भांत-भांत रा
मिनखां बिचाळै
कई मिनख
खुद रौ
दरद लुकोय'र

दूजां नै
मुळकान दिखावै

कित्तौ ओखौ है
खाली आ' कुहावणौ
कै
मिनख
भौत चोखौ है।