भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"काम आसी / मोनिका गौड़" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मोनिका गौड़ |अनुवादक= |संग्रह=अं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
18:03, 8 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
त्यार करो
बल्लम
हथौड़ा, गुपत्यां
खंजर,
तलवार अर तमंचा
अंवेर’र राखो
ठिकाणैसर
धरम खतरै में है
काम आसी
बगत पड़्यां
रक्षा सारू,
सुरक्षा सारू,
काल नै आपणै धरम री ‘कीड़ी’
जे कोई मार देवै
तो बदळो लेवण सारू
काम आसी...
त्यार करो तलवार अर तमंचा
धरम खतरै में है।