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यह क्या है जो
खुशी के समुद्र में भी
रुला रहा है मुझे
अनजाने में जिसे खो दिया है
वो आज भी प्यारा है उतना ही
ये कैसी लहरें मेरे जेहेन में शोर मचा रही हैं
प्यार के लिया अपनी बाहें फैला कर
मै दुआ करती हूँ
कि जिसने उसे पाया है
वो खुश रहे
और मेरे आंसू उसकी सूरत में
वो चमक पैदा करें
जिसे देख मेरी आँखें भी शीतल हों।
21-8-2011