भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हाइकु 44 / लक्ष्मीनारायण रंगा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मीनारायण रंगा |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

21:03, 26 जुलाई 2018 के समय का अवतरण

नईं बचावां
पाणी, पण कैवावां
हां पाणीदार


अखबारां रै
मूंढां बंधी है पाट्यां
विज्ञापनां री


सरमां मरै
आज रै लोगां सामीं
पीवणा सांप