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ऐ मालिक तेरे बंदे हम / भजन

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ऐ मालिक तेरे बंदे हम
ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चलें
और बदी से टलें
ताकि हंसते हुये निकले दम
ऐ मालिक तेरे बंदे जब ज़ुलमों का हो सामनातब तू ही हमें थामनावो बुराई करेंहम<br>भलाई भरेंऐसे नहीं बदले की हो हमारे करम<br>कामनानेकी पर चलें<br>बढ़ उठे प्यार का हर कदमऔर बदी से टलें<br>मिटे बैर का ये भरमताकि हंसते हुये निकले दम<br><br>नेकी पर चलें
जब ज़ुलमों का हो सामना<br>ये अंधेरा घना छा रहातब तू ही हमें थामना<br>तेरा इनसान घबरा रहावो बुराई करें<br>हो रहा बेखबरहम भलाई भरें<br>कुछ न आता नज़रनहीं बदले की हो कामना<br>बढ़ उठे प्यार सुख का हर कदम<br>सूरज छिपा जा रहाऔर मिटे बैर का ये भरम<br>है तेरी रोशनी में वो दमजो अमावस को कर दे पूनमनेकी पर चलें <br><br>
ये अंधेरा घना छा रहा<br>तेरा इनसान घबरा रहा<br>हो रहा बेखबर<br>कुछ न आता नज़र<br>सुख का सूरज छिपा जा रहा<br>है तेरी रोशनी में वो दम<br>जो अमावस को कर दे पूनम<br>नेकी पर चलें <br><br> बड़ा कमज़ोर है आदमी<br>अभी लाखों हैं इसमें कमीं<br>पर तू जो खड़ा<br>है दयालू बड़ा<br>तेरी कृपा से धरती थमी<br>दिया तूने हमें जब जनम<br>तू ही झेलेगा हम सबके ग़म<br>नेकी पर चलें</poem>
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