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|मृत्यु=
|कृतियाँ=
|विविध=इनका असली नाम 'बनी ठनी जी' था और ये नागरीदास की दासी और शिष्या थीं
|जीवनी=[[रसिक बिहारी / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम=Rasik Bihari